तालिबान का खौफ: जान बचानी है तो अपनी किट जला दें, सोशल मीडिया से फोटो भी डिलीट कर दो, पूर्व महिला फुटबॉल टीम कैप्टन की खिलाड़ियों से अपील
By: Pinki Fri, 20 Aug 2021 12:58:52
अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे के बाद पूर्व अफगान महिला फुटबॉल कप्तान खालिदा पोपल ने महिला खिलाड़ियों से अपील की है कि अगर जान बचानी है तो अपनी किट जला दें और सोशल मीडिया से अपनी फोटो भी डिलीट कर दें। कोपेनहेगन में न्यूज एजेंसी रॉयटर्स को दिए अपने एक वीडियो इंटरव्यू में खालिदा पोपल ने कहा, 'आतंकियों ने अपने पहले शासन (1996 से 2001) में महिलाओं की हत्या की, उनका रेप किया। घर से बाहर निकलने पर पाबंदियां लगाईं। पत्थर मारे हैं। ऐसे में महिला फुटबॉलर्स अपने भविष्य को लेकर डरी हैं।' अपनी बात को जारी रखते हुए उन्होंने कहा, 'मैंने हमेशा युवा खिलाड़ियों को मजबूती से खड़े होने के लिए मोटिवेट किया। उनके साथ खड़ी रही हूं। उन्हें प्रेरित किया है, लेकिन अब मेरा मैसेज अलग है।'
खालिदा ने कहा, 'आज मैं उनसे कह रही हूं कि खिलाड़ी लड़कियां अपना नाम बदल लें। अपनी सुरक्षा के लिए सोशल मीडिया से अपनी पहचान हटा लें। मैं खिलाड़ियों से नेशनल टीम की जर्सी जला देने के लिए भी कह रही हूं। ऐसा कहना मेरे लिए बहुत तकलीफदेह है। कभी देश के लिए खेलना, बैच लगाने पर हमें गर्व होता था। पर अब देश फिर तालिबान की गिरफ्त में है।'
खालिदा ने तालिबान के सत्ता में आने के बाद के हालात को लेकर कहा कि महिला खिलाड़ियों में काफी डर और चिंता है। देश में ऐसा कोई नहीं है, जिससे महिलाएं सुरक्षा या मदद मांग सकें। सभी को डर है कि कभी भी कोई भी दरवाजा खटखटा सकता है। हम अपने ही देश को बर्बाद होते देख रहे हैं। गर्व, खुशी, महिला सशक्तिकरण, सब बेकार चला गया।
तालिबान ने अपने पहले शासन काल में 1996 से 2001 के बीच महिलाओं पर ये सख्त प्रतिबंध लगाए थे।
- महिलाएं सड़कों पर किसी भी करीबी रिश्तेदार के बगैर नहीं निकल सकतीं।
- महिलाओं को घर के बाहर निकलने पर बुर्का पहनना ही होगा।
- पुरुषों को महिलाओं के आने की आहट न सुनाई दे, इसलिए हाई हील्स नहीं पहनी जा सकती।
- सार्वजनिक जगह पर अजनबियों के सामने महिला की आवाज़ सुनाई नहीं देनी चाहिए।
- ग्राउंड फ्लोर के घरों में खिड़कियां पेंट होनी चाहिए, ताकि घर के अंदर की महिलाएं दिखाई न दें।
- महिलाएं घर की बालकनी या खिड़की पर दिखाई नहीं देनी चाहिए।
- महिलाएं अपनी तस्वीर नहीं खिंचवा सकती हैं, न ही उनकी तस्वीरें अखबारों, किताबों और घर में लगी हुई दिखनी चाहिए।
- महिला शब्द को किसी भी जगह के नाम से हटा दिया जाए।
- महिलाएं किसी भी सार्वजनिक कार्यक्रम का हिस्सा नहीं होनी चाहिए।
- महिलाएं नेल पेंट नहीं लगा सकती हैं, न ही वे मर्जी से शादी भी नहीं कर सकती है।
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